गुरु का वक्र होना

ऊँ नमः शिवाय।
राधे राधे दोस्तो मैं आचार्य दयानन्द आप सभी लोगो का अपने इस ब्लॉग पर स्वागत करता हूं. ईश्वर से कामना करता हूं आप सब लोग खुश होंगे सुखी होंगे संपन्न होंगे….

नवग्रहों में बृहस्पति को गुरु और मंत्रणा का कारक माना जाता है. पीला रंग,स्वर्ण,वित्त और कोष,कानून,धर्म,ज्ञान,मंत्र,ब्राहमण और संस्कारों को नियंत्रित करता है. शरीर में पाचन तंत्र,मेदा और आयु की अवधि को निर्धारित करता है. पांच तत्वों में आकाश तत्त्व का अधिपति होने के कारण इसका प्रभाव बहुत ही व्यापक और विराट होता है. महिलाओं के जीवन में विवाह की सम्पूर्ण जिम्मेदारी बृहस्पति से ही तय होती है.

गुरु के परिवर्तन का समय:-

गुरु ग्रह मीन राशि में वक्री होंगे अर्थात् 29 जुलाई 2022 को 02:06 A.M पर मीन राशि में गुरु की उल्टी चाल प्रारंभ हो जाएगी.

गुरु ग्रह का गोचर हमारी जिंदगी पर प्रभाव:-

1.व्यवसायिक वर्ग के लोगों के लिए काफी अनुकूल  रहेगा. तथा उनको अपने मेहनत का अच्छा परिणाम मिल सकेगा. परंतु मेहनत भी काफी करनी पड़ेगी.

2.विवाह संबंधित कार्यों के लिए भी काफी अच्छा रहेगा विवाह संबंधित मामलों को जितना जल्दी निपटा लें उतना आपके लिए बेहतर रहेगा.

3.संतान संबंधित मामलों के लिए काफी अच्छा रहेगा संतान प्राप्ति में आ रही बाधाएं दूर होगी.

4.छात्रों को थोड़ा ज्यादा मेहनत करना पड़ेगा करियर पर ध्यान देने की जरूरत भी पड़ेगी परंतु  उनके अपने मेहनत का परिणाम भी अच्छा मिल जाएगा.

5.किसी भी प्रकार के लेनदेन में थोड़ी सी सावधानी बरतें.किसी भी प्रकार के निवेश करने से बचें आपके धन फंसने की भी संभावना बन सकती है

गुरु ग्रह का गोचर हमारे 12 राशियों पर प्रभाव:-

1.मेष राशि:- 

आपका समय मिलाजुला रहेगा. आपको अपने कार्य क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी.आपको स्वास्थ्य संबधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. वहीं, इस गोचर अवधि के दौरान कुछ जरूरी कामों में आपकी निर्णय लेने की क्षमता भी प्रभावित हो सकती है.

2.वृष राशि:-

बिगड़े हुए काम सुचारू रूप से चलने लगेंगे। इसके साथ की पैसों की तंगी से छुटकारा मिलेगा। आर्थिक स्थिति मजबूत होने के साथ हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी। बिजनेस में भी तरक्की मिलेगी।कहीं भी भारी निवेश करने से बचे.

3.मिथुन राशि:-

इस राशि के जातकों को बिजनेस में काफी लाभ मिलेगा। कार्यस्थल में काम की प्रशंसा होगी। इसके साथ ही पदोन्नति भी मिल सकती है। वहीं जो लोग नई नौकरी ढूंढ रहे हैं उन्हें भी सफलता मिल सकती है।आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना पड़ेगा.

4.कर्क राशि:-

इस राशि के जातकों को विदेश जाने का मौका मिल सकता है। इसके साथ ही इस राशि के जातकों को भाग्य का पूरा साफ मिलेगा। उधार दिया हुआ पैसा वापस मिलेगा। अगर विदेश में कही बिजनेस चल रहा है, तो उसमें भी लाभ मिलने के पूर्ण आसार नजर आ रहे है।

5.सिंह राशि:-

आपका समय सामान्य से अनुकूल रहेगा.इस दौरान कमाई के अप्रत्याशित स्रोत जैसे कि शेयर बाजार, पैतृक संपत्ति आदि से लाभ प्राप्त होने की संभावना है। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी।आपको अपने कार्य क्षेत्र में अपने प्रतिद्वंद्वियों से सावधान रहने की आवश्यकता पड़ेगी तथा अपने स्वास्थ्य पर ध्यान रखें

6.कन्या राशि:-

आपकी आमदनी में दिन ब दिन बढ़ोतरी होगी। इतना ही नहीं विवाहित जातकों को जीवनसाथी का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। अगर आप जीवनसाथी के साथ मिलकर कोई कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो इस दौरान सही दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। हालांकि कोई भी फैसला लेने से पहले आपको अपने माता-पिता से बात अवश्य करनी चाहिए।

7.तुला राशि:-

यह समय आपके लिए मिलाजुला रहेगा.आपके कार्यक्षेत्र में उलझाने रह सकती है.अभी धन निवेश ना करें. जीवन साथी के साथ थोड़ा मनमुटाव रहेगा दांपत्य जीवन पर थोड़ा सा ध्यान रखें. आर्थिक स्थिति पर थोड़ा ध्यान देने की जरूरत पड़ेगी धन खर्च हो सकते हैं. 

8.वृश्चिक राशि:-

नौकरी में प्रोत्साहन, पदोन्नति और अन्य लाभ प्राप्त होने के आसार रहेंगे। भविष्य की योजना बनाते हुए कोई भी निवेश करना अच्छा रहेगा। उस निवेश से आने वाले समय में अच्छा लाभ प्राप्त कर सकेंगे। जीवन साथी के साथ आपका समय सामान्य रहेगा.अपने पारिवारिक जीवन पर ध्यान देने की कोशिश करें.

9.धनु राशि:-

यह समय आपके लिए अनुकूल रहेगा. परंतु आपका मन थोड़ा उलझा हुआ रह सकता.वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा।जीवनसाथी का सहयोग प्राप्त होगा।कार्यों में सफलता के योग बन रहे हैं।नौकरी और व्यापार में लाभ होगा।शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों को शुभ फल की प्राप्ति होगी। कोई भी लंबी यात्रा पर ना जाएं.

10.मकर राशि:-

आपको करियर लाइफ में लाभ मिलेगा। भाग्य का हर काम में साथ मिलता दिखाई दे रहा है।एक से अधिक माध्यमों से धन की प्राप्ति हो सकती है। साझेदारी के काम में अच्छा लाभ प्राप्त कर सकेंगे। वरिष्ठों के साथ संबंध मजबूत होंगे। 

11.कुंभ राशि:-

अगर आपने पूर्व में कहीं निवेश किया था तो उससे लाभ मिलने की भी संभावना है। घर में छोटे भाई-बहनों का सहयोग आपको प्राप्त होगा। यदि किसी से प्रेम करते हैं और उनसे शादी करना चाहते हैं तो भाई-बहन आपकी बात को माता-पिता के सामने रखने में मदद करेंगे।गले से संबंधित समस्याएं कुछ जातकों को परेशान कर सकती हैं

12.मीन राशि:-

आपको उन्नति एवं लाभ पाने के लिए पहले से अधिक परिश्रम करना होगा। धार्मिक और शुभ कार्यों पर आपका धन खर्च होगा। यात्रा का संयोग भी बनेगा। पूर्व में किए निवेश आपको लाभ दिलाएंगे। इस समय आप छोटी अवधि के निवेश करने से बचें, लंबी अवधि के निवेश फायदा देंगे।

गुरु के मंत्र तथा उपाय:-

1.बृहस्पति शांति ग्रह मंत्र-

देवानाम च ऋषिणाम च गुरुं कांचन सन्निभम। बुद्धिभूतं त्रिलोकेशं तं नमामि बृहस्पतिम्।। -ॐ बृं बृहस्पतये नमः।। -ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः।।

उपाय:-

1.बृहस्पति की शुभता पाने के लिए वैदिक या तांत्रिक गुरु मंत्र का जप तथा कवच एवं स्तोत्र का पाठन करना अत्यंत लाभदायक है.

2.बृहस्पति की शुभता पाने के लिए रुद्राष्टाध्यायी एवं शिवसहस्त्रनाम का पाठ अथवा रुद्राभिषेक करना भी एक अत्यंत प्रभावी उपाय है.

3.बृहस्पति की शुभता पाने के लिए गुरुवार का व्रत रखें. गुरुवार का व्रत एक बार शुरु करने के बाद लगातार 5,11 अथवा 43 सप्ताह तक लगातार करें.

4.बृहस्पति की शुभता पाने के लिए वैदिक तथा तांत्रिक गुरु मंत्र का जप तथा कवच एवं स्तोत्र का पाठ अथवा भगवान दत्तात्रेय के तांत्रिक मंत्र का अनुष्ठान करना लाभप्रद है.

5.बृहस्पति की शुभता पाने के लिए प्रत्येक दिन या फिर गुरुवार के दिन विशेष रूप से हल्दी या केसर मिलाकर स्नान करें. स्नान के बाद नाभि में केसर लगाया करें.

6.बृहस्पति की शुभता पाने के लिए कभी भी भूलकर अपने गुरु या किसी साधु-संत का अपमान न करें, बल्कि उनकी सेवा करें और उन्हें दान-दक्षिणा से प्रसन्‍न करें. पीले कनेर का फूल अपनी गुरु प्रतिमा पर चढ़ाया करें.

7.बृहस्पति ग्रह की शुभता पाने के लिए किसी तोते को चने की दाल खिलाएं. इस उपाय से बुध एवं बृहस्पति दोनों की शुभता मिलेगी.

8.यदि कुंडली में बृहस्पति के कारण किसी कन्या का विवाह न हो पा रहा हो तो उसे शुक्लपक्ष के बृहस्पतिवार वाले दिन पुखराज रत्न सोने की अंगूठी में बनवाकर धारण करना चाहिए.

9.बृहस्पति की शुभता पाने के लिए स्वर्णपत्र में बना हुआ बृहस्पति यंत्र या फिर पुखराज न धारण कर सकें तो उसकी जगह हल्दी की गांठ को पीले कपड़े में बांधकर अपनी बाजु में धारण करें. साथ ही गुरुवार के दिन केले के वृक्ष की पूजा करें.

10.बृहस्पति की शुभता पाने के लिए पीले रंग के कपड़ों का ज्यादा से ज्यादा प्रयोग करें. जैसे बिस्तर में पीले रंग की चादर, परदे आदि. यदि प्रतिदिन पीले रंग के कपड़े न पहन सकें तो कम से कम पीले रंग की रुमाल या टाई का प्रयोग कर सकते हैं.

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इसी जानकारी के साथ में आचार्य दयानन्द आज के अपने इस विषय को अभी विराम देता हूं.तथा कामना करता हूं .की आप सब लोगो को मेरी यह जानकारी जरूर पसंद आई होगी। जय श्री कृष्णा दोस्तो…

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