श्री कृष्ण जन्माष्टमी

ऊँ नमः शिवाय।

राधे राधे दोस्तो मैं आचार्य दयानन्द आप सभी लोगो का अपने इस ब्लॉग पर स्वागत करता हूं.ईश्वर से कामना करता हूं आप सब लोग खुश होंगे सुखी होंगे संपन्न होंगे…..

दोस्तों आज मैं श्री कृष्ण के जन्म दिवस अर्थात जन्माष्टमी के विषय में आप सभी लोगों से वर्णन करने जा रहा हूं.

इस दिन भगवान श्री कृष्ण जी की पूजा अर्चना तथा व्रत रखने से सभी प्रकार से मनोकामनाओ की पूर्ति होती है तथा घर में सुख समृद्धि का वास होता है तथा धन ऐश्वर्य की भी प्राप्ति होती है.इस दिन पूजा अर्चना करने से घर के ऊपर नकारात्मक ऊर्जा का यदि वास हो तो वह भी खत्म हो जाता है तथा सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है Iइस दिन पूजा अर्चना करने से यदि अगर जन्म कुंडली में गुरु की स्थिति खराब हो तो वह भी ठीक हो जाती है तथा भाग्य में वृद्धि हो जाती है I

जन्माष्टमी के दिन पूजा का समय:-

अष्टमी तिथि 19 अगस्त को रात 10:59 पर समाप्त हो जाएगी। भगवान श्री कृष्ण की रात के 12:00 बजे की जाती है। ऐसे में जन्माष्टमी 18 अगस्त को मनाई जाएगी लेकिन कुछ पंडितों के अनुसार, 19 अगस्त को उदया तिथि है इसलिए इस दिन भी यह त्योहार मनाया जाएगा।

इस साल अष्टमी तिथि 18 अगस्त की रात 9 बजकर 20 मिनट से शुरू होगी और 19 अगस्त को रात 10 बजकर 59 मिनट तक रहेगी. निशीथ पूजा की अवधि 18 अगस्त को रात 12 बजकर 3 मिनट से लेकर 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगी. ऐसे में पूजा करने के लिए कुल 44 मिनट का समय मिलेगा. वहीं,  पारण 19 अगस्त सुबह 5 बजकर 52 मिनट के बाद होगा. 

पूजा की सामग्री:-

लड्डू गोपाल की मूर्ति, झूला, मक्खन, मिश्री, लड्डू गोपाल को पहनाने वाले वस्त्र,फल,मिठाई इत्यादि.

पूजा की विधि:-

सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं।घर के मंदिर में साफ- सफाई करें।घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।सभी देवी- देवताओं का जलाभिषेक करें।इस दिन भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप यानी लड्डू गोपाल की पूजा की जाती है।लड्डू गोपाल का जलाभिषेक करें।इस दिन लड्डू गोपाल को झूले में बैठाएं।लड्डू गोपाल को झूला झूलाएं।अपनी इच्छानुसार लड्डू गोपाल को भोग लगाएं। इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।लड्डू गोपाल की सेवा पुत्र की तरह करें।इस दिन रात्रि पूजा का महत्व होता है, क्योंकि भगवान श्री कृष्ण का जन्म रात में हुआ था।रात्रि में भगवान श्री कृष्ण की विशेष पूजा- अर्चना करें।लड्डू गोपाल को मिश्री, मेवा का भोग भी लगाएं।लड्डू गोपाल की आरती करें।इस दिन अधिक से अधिक लड्डू गोपाल का ध्यान रखें।इस दिन लड्डू गोपाल की अधिक से अधिक सेवा करें।

मंत्र तथा उपाय:-

1. श्रीकृष्ण मूत्र मंत्र:-

कृं कृष्णाय नम:

इस मंत्र का जाप करने से धन धान्य की प्राप्ति होती है.

2. श्रीकृष्ण महामंत्र:-

श्रीकृष्णाय वयं नुम:

सच्चिदानंदरूपाय विश्वोत्पत्यादिहेतवे।

तापत्रयविनाशाय श्रीकृष्णाय वयं नुम:।।

भगवान श्रीकृष्ण के महामंत्र का जाप करने से करोड़ों जन्मों के सभी पाप और ताप नष्ट होते हैं. जो भी इस मंत्र को पढ़ता है, उसे अश्वमेध यज्ञ के समान पुण्य प्राप्त होता है.

3.श्रीकृष्ण गायत्री मंत्र:-

ॐ देविकानन्दनाय विधमहे वासुदेवाय धीमहि तन्नो कृष्ण:प्रचोदयात”

यह मंत्र मन को शांति प्रदान करता है, कष्ट और दुखों को दूर करने वाला है.

4.श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी,

हे नाथ नारायण वासुदेवा।

यह भगवान श्रीकृष्ण का सबसे सरल और प्रभावी मंत्र माना जाता है. इस मंत्र का जाप करने से उनकी भक्ति और कृपा प्राप्त होती है. सभी प्रकार के दुख दूर होते हैं और वे भक्त की रक्षा करते हैं.

5.हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण, हरे हरे राम, हरे राम, राम राम, हरे हरे.

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इसी जानकारी के साथ में आचार्य दयानन्द आज के अपने इस विषय को अभी विराम देता हूं.तथा कामना करता हूं .की आप सब लोगो को मेरी यह जानकारी जरूर पसंद आई होगी। जय श्री कृष्णा दोस्तो…

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