Apara Ekadashi (अपरा एकादशी)
ऊँ नमः शिवाय।
नमस्ते दोस्तो मैं आचार्य शशिकांत आप सभी लोगो का अपने इस ब्लॉग पर स्वागत करता हूं.. ईश्वर से कामना करता हूं आप सब लोग खुश होंगे सुखी होंगे संपन्न होंगे.
1.दोस्तो व्रत हमारे तन मन तथा ऐसे ही हमारी आत्मा शुद्ध हो जाती है। तथा ईश्वर भी प्रसन्न रहते हैं। हमारी सारी मनोकामना भी पूरी हो जाती है। आई जनता है। व्रत के विषय में।
2. अप्सरा एकादशी व्रत का समय:
ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष की तिथि 5-6-2021 प्रातः 4:07 मिनट से 6-6-2021 प्रातः 6:20 तक रहेगा। पर विक्रम संवत 2078 के तथा शुद्ध भारत वर्ष में यह त्योहार 6-6-2021 को मनाया जा रहा है। इस दिन चंद्रमा मेष राशि में तथा अश्विनी नक्षत्र में रहेगा।
3. अप्सरा व्रत की मान्यता:
इस दिन व्रत करने से कीर्ति, पुण्य, धन की प्राप्ति होती है। तथा इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु जी की पूजा करनी चाहिए। तथा इस व्रत से लक्ष्मी जी भी प्रसन्न होती है।
4.पूजा सामग्री:
श्री हरि विष्णु जी की चित्र या मूर्ति, पुष्प, नारियल, सुपारी, कोई भी फल, लम्बा, धूप, गहरा, घी, पंचामृत, अक्षत, तुलसी, चंदन, तथा, मिष्ठान। इत्यादि सामग्री…
5.व्रत विधि:
1.एस दिन संध्या से पूर्व उत्थान सात्विक भोजन करें।
2.प्रताः ब्रह्म मुहूर्त में उत्थान स्नान आदि कर ले।
3.व्रत का संकल्प लेकर विष्णु जी की पूजा करे।
4.व्रत विधि के अवसर भोजन ग्राहम ना करे।
5.शाम को विष्णु जी की आराधना करें।
6. विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ करें।
7.उसके ऊपर अपना व्रत खोलें.तथा ब्राह्मणों को दान दक्षिणा दे.
बस इसी जानने के साथ में आचार्य शशिकांत आज के अपने इस विषय को अभी विराम देता हूं या कामना करता हूं की आप सब लोगो को मेरी या जानकारी जरूर पसंद आई होगी। जय श्री कृष्ण दोस्तो…
NOTE: हमारे विद्वान आचार्य से संपर्क करे के लिए Contact Care No:-91-8384030394.