Budh ka rashi parivartan

Budh ka rashi parivartan

ऊँ नमः शिवाय।

राधे राधे दोस्तो मैं आचार्य दयानन्द आप सभी लोगो का अपने इस ब्लॉग पर स्वागत करता हूं.ईश्वर से कामना करता हूं आप सब लोग खुश होंगे सुखी होंगे संपन्न होंगे…..

बुध को ग्रहों में एक राजकुमार ग्रह का दर्जा दिया गया है तथा बुद्ध को बुद्धि विवेक का और वाणी का भी कारक पुराणों में माना गया है और पत्रिका में बुध की स्थिति बहुत ही ज्यादा अच्छी होने पर यह  जातक को बहुत ही बड़ी उपलब्धियों की प्राप्ति भी करवा सकता है 

बुध का राशि परिवर्तन का समय:-

बुध 21 नवंबर 2021 को सुबह 4:37 बजे से 10 दिसंबर 2021 को सुबह 5:53 बजे वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे.

बुध के वक्री होने पर हमारे जिंदगी पर पड़ने वाले प्रभाव:-

1.बुध ग्रह व्यवसायिक क्षेत्र  से जुड़े हुए लोगों के लिए थोड़ा उतार चढ़ाव रह सकता है परंतु मेहनत करने पर सफलता पूरी प्राप्त हो सकती है.

2बुध ग्रह से रिश्ते में थोड़े उतार-चढ़ाव आ सकते हैं इसलिए आपको अपने रिश्तो पर भी थोड़ा ध्यान देने की जरूरत पड़ेगी.

3.बुद्ध का परिवर्तन संतान पक्ष के लिए भी अनुकूल रहेगा तथा संतान प्राप्ति के लिए किए जा रहे प्रयत्न में भी लाभ होगा.

4.शिक्षा वर्ग से जुड़े हुए छात्रों के लिए भी समय अनुकूल रहेगा प्रतियोगिता में भाग लेने वाले छात्रों के लिए भी समय अनुकूल रहेगा थोड़ी मेहनत करने की जरूरत पड़ेगी पर सफलता मिल सकती है.

5.बुध ग्रह का परिवर्तन प्रेम संबंधित मामलों के लिए थोड़ा अनुकूल रहेगा तथा प्रेम प्रसंग में भी आपको अनुकूलता मिल सकती है तथा मन के मुताबिक जीवनसाथी की प्राप्ति हो सकती है. 

6.आप थोड़ा लेन-देन में सावधानी बरत सकते हैं अन्यथा धन संबंधित मामले आपके फंस सकते हैं.

बुध ग्रह का परिवर्तन 12 राशियों पर प्रभाव:-

1.मेष राशि:-

इस समय आपको अपने जीवन में मिले-जुले परिणाम देखने को मिलेंगे क्योंकि आपकी आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण आपको कठिन समय का सामना करना पड़ सकता है। व्यवसाय में लगे जातकों को वांछित लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने होंगे।संवाद करते समय बहुत सावधान रहने की सलाह दी जाती है।तथा अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दें.

2.वृष राशि:-

यह गोचर आपको व्यावसायिक पहलू में शुभ परिणाम देगा।आप पहले अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम होंगे और इससे आपको अपने प्रयासों में सफलता और उपलब्धि हासिल होगी।आपको विदेश से अच्छा लाभ प्राप्त होगा।प्रेम विवाह के लिए यह एक अच्छी अवधि है।

3.मिथुन राशि:-

इस गोचर के दौरान आपको अपने कार्य क्षेत्र में वरिष्ठों से पूरा सहयोग प्राप्त होगा। आप प्रेरित और ऊर्जावान महसूस करेंगे और यह गोचर आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के सर्वोत्तम मार्ग पर ले जाएगा। व्यावसायिक रूप से आप अपने दैनिक दिनचर्या के काम पर बहुत ध्यान केंद्रित करेंगे।इस समय आपको अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी.

4.कर्क राशि:-

बुध की यह स्थिति मिले-जुले परिणाम लेकर आएगी। आप अपना ध्यान अपनी नौकरी पर लगाएं। क्योंकि आपकी नौकरी जाने की संभावना है।छात्र उच्च अध्ययन के लिए विदेश जाना चाहते हैं, उनके लिए इस गोचर के दौरान बहुत अच्छा मौका है।किसी भी प्रकार से निवेश तथा कोई भी लेनदेन करने से बचें.

5.सिंह राशि:-

बुध का गोचर आपके घरेलू जीवन में सुख-समृद्धि लाएगा. पारिवारिक समय को खुशनुमा बनाने में खर्च कर सकते हैं।आपके वरिष्ठ और परिवार के सदस्यों द्वारा आपकी सराहना की जाएगी.आप अपने कार्यस्थल पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे।यह परिवर्तन आपको नई सीख, अनुभव और रोमांच प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगा।आप इस गोचर के दौरान नया वाहन और संपत्ति भी खरीद सकते हैं.

6.कन्या राशि:-

अपको भाई-बहनों और दोस्तों से भी सहायक मिलेगी लेकिन आपको उनके साथ कुछ समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है।आपका जीवन व्यस्त और बेहतर होगा और आप काम और आगंतुकों में व्यस्त रहेंगे।आपके जीवनसाथी का सामाजिक स्तर ऊंचा हो सकता है।आपको इस समय किसी भी प्रकार के वाद विवाद से बचने की आवश्यकता पड़ेगी.

7.तुला राशि:-

बुध का गोचर शुभ फल लाएगा तथा यह आपकी सभी परेशानियों को दूर करेगा।  कई मौद्रिक लाभ के साथ-साथ विदेशी भूमि से भी लाभ मिलने की संभावना है।फिजूल के तनाव से दूर रहने की आवश्यकता भी बढ़ेगी तथा अपने स्वास्थ का भी ध्यान दें किसी भी अन्य व्यक्ति पर आंख बंद करके विश्वास ना करें.

8.वृश्चिक राशि:-

आपको मिले-जुले परिणाम मिलने की संभावना है, इस दौरान आप जो कुछ भी करेंगे वह भविष्य में बहुत महत्वपूर्ण होगा।सामाजिक समारोहों में भाग लेने की संभावना है। आपको अपना स्वभाव शांत और संयमित रखने की आवश्यकता है। जल्दबाजी में कोई भी निर्णय लेने से बचने की सलाह दी जाती है। इस समय आपको अपने करियर की तरफ ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी.

9.धनु राशि:-

इस दौरान आपकी आय के साधनों में वृद्धि होगी, लेकिन साथ ही आपके ख़र्चे भी अधिक होने की संभावना है।आप व्यवसाय या व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए विदेश जा सकते हैं।आपका जीवनसाथी कुछ स्वास्थ्य और चिंता के मुद्दों से गुजर सकता है।इस समय  विदेशों में काम करने, बढ़ने और एक स्थिर करियर बनाने के अवसर मिलेंगे।

10.मकर राशि:-

बुध ग्रह के गोचर के दौरान आपको अपनी संपत्ति से लाभ मिलने की संभावना बन रही है तथा आपने अपना घर किराए पर दे रखा हो तो भी आपको लाभ होगा, आपको विकास के कई अवसर मिलेंगे। आप अपने प्रेम जीवन में सुधार की भावना का अनुभव करेंगे.तथा अपने कार्य क्षेत्र पर भी आपको थोड़ा ध्यान देना पड़ सकता है आपके पीठ पीछे षड्यंत्र रचे जाने की संभावनाएं बन रही है तथा अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान आपको देना पड़ेगा.

11.कुंभ राशि:-

आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और आपको अपने पिछले श्रम का फल भी मिलेगा.  इस गोचर के दौरान शेयर बाजार और रियल एस्टेट में किया गया निवेश फायदेमंद साबित होगा।काम से संबंधित अचानक और अनियोजित यात्रा की संभावना है।आपको अपने पारिवारिक जिंदगी पर भी ध्यान  देना पड़ सकता है तथा अपने जीवन साथी के साथ तथा अपने परिवार के साथ समय व्यतीत करने की कोशिश करें.

12.मीन राशि:-

जो छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, वे इस अवधि के दौरान अपना अनुकूल समय देखेंगे। व्यवसाय या शिक्षा से संबंधित लंबी यात्राएं होने के योग हैं.व्यावसायिक साझेदारी से भी आपको लाभ होगा और सामाजिक स्थिति में वृद्धि होगी.आपको अपने माता जी के भी स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी. तथा आपको अपने स्वास्थ का भी ध्यान रखना पड़ेगा.

बुध ग्रह के लिए मंत्र तथा उपाय:-

1.बुधवार के दिन गाय को हरा पालक तथा हरा चारा खिलाएं.

2. हरे कपड़ों का दान करें.

3. किसी किन्नर को आप कुछ रुपए दान में दे दे.

4 बुद्ध स्त्रोत्र का पाठ करें.

बुद्ध स्त्रोत्र:-

पीताम्बर: पीतवपु किरीटी, चतुर्भुजो देवदु:खापहर्ता ।

धर्मस्य धृक सोमसुत: सदा मे, सिंहाधिरुढ़ो वरदो बुधश्च ।।1।।

प्रियंगुकनकश्यामं रूपेणाप्रतिमं बुधम ।

सौम्यं सौम्यगुणोपेतं नमामि शशिनन्दनम ।।2।।

सोमसुनुर्बुधश्चैव सौम्य: सौम्यगुणान्वित: ।

सदा शान्त: सदा क्षेमो नमामि शशिनन्दनम ।।3।।

उत्पातरूपी जगतां चन्द्रपुत्रो महाद्युति: ।

सूर्यप्रियकरोविद्वान पीडां हरतु मे बुधं ।।4।।

शिरीषपुष्पसंकाशं कपिलीशो युवा पुन: ।

सोमपुत्रो बुधश्चैव सदा शान्तिं प्रयच्छतु ।।5।।

श्याम: शिरालश्चकलाविधिज्ञ:, कौतूहली कोमलवाग्विलासी ।

रजोधिको मध्यमरूपधृक स्या-दाताम्रनेत्रो द्विजराजपुत्र: ।।6।।

अहो चन्द्रासुत श्रीमन मागधर्मासमुदभव: ।

अत्रिगोत्रश्चतुर्बाहु: खड्गखेटकधारक: ।।7।।

गदाधरो नृसिंहस्थ: स्वर्णनाभसमन्वित: ।

केतकीद्रुमपत्राभ: इन्द्रविष्णुप्रपूजित: ।।8।।

ज्ञेयो बुध: पण्डितश्च रोहिणेयश्च सोमज: ।

कुमारो राजपुत्रश्च शैशवे शशिनन्दन: ।।9।।

गुरुपुत्रश्च तारेयो विबुधो बोधनस्तथा ।

सौम्य: सौम्यगुणोपेतो रत्नदानफलप्रद: ।।10।।

एतानि बुधनामानि प्रात: काले पठेन्नर: ।

बुद्धिर्विवृद्धितां याति बुधपीडा न जायते ।।11।।

।।  इति मंत्रमहार्णवे बुधस्तोत्रम  ।।

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इसी जानकारी के साथ में आचार्य दयानन्द आज के अपने इस विषय को अभी विराम देता हूं.तथा कामना करता हूं .की आप सब लोगो को मेरी यह जानकारी जरूर पसंद आई होगी। जय श्री कृष्णा…..

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