Maa Mahagauri Pujan

ऊँ नमः शिवाय।
राधे राधे दोस्तो मैं आचार्य दयानन्द आप सभी लोगो का अपने इस ब्लॉग पर स्वागत करता हूं.ईश्वर से कामना करता हूं आप सब लोग खुश होंगे सुखी होंगे संपन्न होंगे…..

दोस्तों देवी की आठवीं स्वरूप माता महागौरी की पूजा  चैत्र मास के 13 अक्टूबर 2021 के दिन की  जाएगी. जिसे अष्टमी भी कहा जाता है और जो भी जातक अष्टमी पूछते हैं तो उनके लिए यह दिन उचित कहा  जाएगा.

माता महागौरी की पूजन का महत्व:-

मां महागौरी की पूजा करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और श्रद्धालु जीवन में पवित्र और अक्षय पुण्यों को प्राप्त करते हैं। महाष्टमी के दिन देवी की पूजा के बाद कन्या पूजन का भी विधान है। महागौरी की पूजा अत्‍यंत कल्‍याणकारी और मंगलकारी है। ऐसा माना जाता है कि सच्‍चे मन से अगर महागौरी को पूजा जाए तो सभी संचित पाप नष्‍ट हो जाते हैं 

माता महागौरी की पूजन विधि:-

इस दिन आप सुबह जल्दी उठकर अर्थात ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि नित्य कर्म करने के तत्पश्चात आप अपने घर की मंदिर की साफ सफाई करें गंगाजल  के छींटे मारे तथा माता महागौरी की प्रतिमा को स्थापित करें तथा हाथ में सफेद पुष्प लेकर मां का ध्यान करें। अब मां की प्रतिमा के आगे दीपक चलाएं और उन्हें फल, फूल, नैवेद्य आदि अर्पित करें। इसके बाद देवी मां की आरती उतारें। अष्टमी के दिन कन्या पूजन करना श्रेष्ठ माना जाता है। कन्याओं की संख्या 9 होनी चाहिए नहीं तो 2 कन्याओं की पूजा करें। कन्याओं की आयु 2 साल से ऊपर और 10 साल से अधिक न हो। कन्याओं को दक्षिणा देने के बाद उनके पैर छूकर उनका आशीर्वाद लें।

माता महागौरी की पूजन मंत्र:-

ध्यान:-

वन्दे वांछित कामार्थे चन्द्रार्घकृत शेखराम्।

सिंहरूढ़ा चतुर्भुजा महागौरी यशस्वनीम्॥

पूर्णन्दु निभां गौरी सोमचक्रस्थितां अष्टमं महागौरी त्रिनेत्राम्।

वराभीतिकरां त्रिशूल डमरूधरां महागौरी भजेम्॥

पटाम्बर परिधानां मृदुहास्या नानालंकार भूषिताम्।

मंजीर, हार, केयूर किंकिणी रत्नकुण्डल मण्डिताम्॥

प्रफुल्ल वंदना पल्ल्वाधरां कातं कपोलां त्रैलोक्य मोहनम्।

कमनीया लावण्यां मृणांल चंदनगंधलिप्ताम्॥

मां महागौरी के मंत्र:-

श्वेते वृषे समरूढा श्वेताम्बराधरा शुचिः।

महागौरी शुभं दद्यान्महादेवप्रमोददा।।

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इसी जानकारी के साथ में आचार्य दयानन्द आज के अपने इस विषय को अभी विराम देता हूं.तथा कामना करता हूं .की आप सब लोगो को मेरी यह जानकारी जरूर पसंद आई होगी। जय श्री कृष्णा…..

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